
सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) को 20 रन से हराकर चेन्नई सुपर किग्स (CSK) ने आईपीएल 2020 (IPL 2020) में वापसी की है और प्लेऑफ में जाने की उम्मीद बनाए रखी है. लेकिन CSK के लिए IPL का यह सीजन अभी तक कुछ खास नहीं रहा है. UAE में खेले जा रहे मैचों में CSK की जीत से ज्यादा चर्चे हार के रहे हैं. धोनी, ब्रॉवो, वॉटसन, स्टेन, ताहिर और जडेजा जैसे दिग्गज खिलाड़ियों से सजी यह टीम हमेशा से ही आईपीएल की ताकतवर टीम रही है, लेकिन इस बार टीम पॉइंट टेबल में छठें स्थान पर है.
तीन बार आईपीएल का खिताब अपने नाम करने वाली और आठ बार लीग के फाइनल में पहुंचने वाली चेन्नई सुपर किंग्स की टीम इस बार प्लेऑफ में पहुंचने के लिए काफी मशक्कत कर रही है. मुंबई के बाद आईपीएल की दूसरी सबसे सफल टीम रही चेन्नई का प्रदर्शन इस बार काफी निराशाजनक रहा है. इससे पहले कभी भी टीम ने इतना घटिया प्रदर्शन नहीं किया था.
CSK के पिछड़ने की वजहें
रैना और भज्जी की कमी

ताकतवर हिटर सुरेश रैना हमेशा से CSK की शान रहे हैं, वहीं हरभजन सिंह बॉलिंग की जान रहे हैं. लेकिन इस बार ये खिलाड़ी टीम से बाहर हैं, ऐसे में बहुत हद इनकी कमी भी टीम प्रबंधन द्वारा महसूस की जा रही है. जहां रैना टॉप और मिडिल ऑर्डर बखूबी संभालते थे, वहीं भज्जी अपनी फिरकी में विरोधियों को फंसाते थे. आईपीएल में 150 विकेट अपने नाम कर चुके भज्जी ने पिछले सीजन में 16 विकेट झटके थे. वहीं रैना के लिए भी आईपीएल काफी खास रहा है. हर सीजन में उन्होंने बैट से कमाल किया है.
टॉप से बॉटम तक लचर प्रदर्शन

इस बार टीम के घटिया प्रदर्शन का ठीकरा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सभी खिलाड़ियों पर फोड़ा है. पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में धोनी ने कहा था, “हमारी टीम का एक खिलाड़ी प्रदर्शन करता है, तो दूसरा निराश करता है. हमारे बल्लेबाजों में आत्मविश्वास की कमी है, हमारे बल्लेबाज विरोधी टीम के गेंदबाजों की रणनीति को नहीं पढ़ पा रहे हैं.” गेंदबाजों के बारे में कप्तान ने कहा कि जब बात गेंदबाजी की आती है तो या हम पहले के छह ओवर में बहुत रन दे देते हैं या फिर आखिरी के चार ओवरों में.
चोटिल खिलाड़यों ने बढ़ाई मुश्किलें

सुरेश रैना और हरभजन सिंह की कमी तो थी ही, लेकिन इस बार CSK को इंजरी ने भी परेशान किया है. शुरुआती मैचों में अंबाती रायडू और ड्वेन ब्रॉवो जैसे टीम के धुरंधर खिलाड़ी चोट के चलते मैदान में नहीं दिखे, वहीं फॉफ डू प्लेसिस भी बर्फ से सिकाई करते हुए दिखाई दिए. चोटिल खिलाड़यों से टीम के प्रदर्शन में भी प्रभाव पड़ा है. इंजरी की वजह इस आईपीएल को इंजरी प्रीमियर लीग भी कहा जाने लगा है.
चेन्नई के “बूढ़े शेर”
RCB के हाथों मैच गंवाने के बाद हुई पोस्ट मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में CSK के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने खुद यह बात स्वीकारते हुए कहा था कि चेन्नई की टीम में उम्र का प्रभाव दिखने लगा है. फ्लेमिंग ने कहा कि था कि यदि हम अच्छी शुरूआत नहीं करते हैं तो हम गड्ढे में गिरते जाते हैं. हमारे मिडिल ऑर्डर में बहुत कुछ करने की जरूरत है. 100MB स्पोर्ट्स के मुताबिक, धोनी की सेना को आईपीएल की सबसे बूढ़ी सेना भी कहा जाता है.

टीम की औसत उम्र 31.5 साल है और 23 सदस्यों में 16 खिलाड़ियों की उम्र 30 से पार हो चुकी है, धोनी और वाटसन भी 39 का पड़ाव पार कर चुके। एनालिस्ट सुहास जिरगी के मुताबिक CSK में 8 खिलाड़ी 35+ हैं, 4 खिलाड़ी 30-34 वर्ष के हैं, पांच खिलाड़ियों की आयु 25 से 30 के बीच है वहीं महज पांच खिलाड़ी ही 25 से कम उम्र के हैं.
टीम का पावरहाउस हो रहा “सुस्त”

चेन्नई टीम की सबसे बड़ी ताकत धोनी रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से धोनी अपने प्रदर्शन से फैंस को निराश कर रहे हैं. इस सीजन में धोनी का बल्ला शांत रहा है, कहीं से यह सुनने को नहीं मिला कि “माही मार रहे हैं.” 2019 और 2018 आईपीएल में उन्होंने 416 और 455 रन बनाये थे. अब तक के 8 मैचों में धोनी के बल्ले से महज 133 रन ही निकले हैं.

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